लेखनी प्रतियोगिता -26-Jun-2022 - कर्म ही पूजा
कर्म की पूजा सब पूजाओं से बड़ी ,
काट देती हैं सारे दुखों की यह लड़ी |
धर्म जितना भी तुम कर लो जग में,
चेतना को दिल में भर लो पग में |
ईश्वर तुम्हें मिल ही जाएगा प्यारा,
कर्म योग जब बन जाएगा सहारा |
इंद्रिया सारी वश में तेरे हो जाएंगी ,
तन, मन सबको सुंदर यह बनाएंगी |
एकाग्रता से सारे काम करो तुम ,
स्मरण करके यहाँ ध्यान धरो तुम |
समर्पण अपना कर देना कर्म के लिए ,
निष्ठा अपनी खो न देना धन के लिए |
सब्र का फल मीठा होता कहते लोग सभी,
मेहनत करना फल की इच्छा न करना कभी |
दिव्य दर्शन भी हो जाएंगे कर्म करेगा तो,
हृदय से अपने सारे कार्यो को पूरा करेगा तो |
कर्म अपना अर्पित कर दे चरणों में ईश्वर के ,
उद्धार होगा तेरा आशीष से परमेश्वर के |
रहस्य यही है परमपिता परमेश्वर को पाने का ,
कर्म है सरल उपाय मोक्ष द्वार में जाने का |
कर्म ही पूजा हैं इसको सभी तुम जान लो,
कर्म की प्रक्रिया को अच्छे से पहचान लो ||
दैनिक प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Pallavi
29-Jun-2022 10:19 PM
Nice post 👍
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Punam verma
27-Jun-2022 08:22 AM
Very nice
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Abhinav ji
27-Jun-2022 07:40 AM
Very nice👍
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